27 अगस्त 2011
नई दिल्ली। अन्ना हज़ारे के अनशन के 12वें दिन भी उनके जोश में कोई कमी नहीं आई है। अन्ना का स्वास्थ्य जरूर कमज़ोर हुआ है, लेकिन अन्ना अपने आंदोलन पर आज भी अटल हैं। अन्ना का कहना है कि ये अनशन वे नहीं ईश्वर कर रहा है।
रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना बीच बीच में जनता को संबोधित करते रहते हैं। उनका संबोधन जनता के बीच उत्साह का संचार करता है। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वह खुद के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं और निस्वार्थ होकर देशवासियों के लिए काम कर रहे हैं, इसीलिए उन्हें कोई थकान नहीं है। उन्होंने कहा कि वह चार-पांच दिन और अनशन कर सकते हैं।
अन्ना ने कहा कि जब वह समाचार पत्रों और टीवी चैनलों पर उनके समर्थन में देशभर में लोगों द्वारा किए जा रहे धरना-प्रदर्शनों के विषय में पढ़ते या देखते हैं तो उन्हें लगता है कि उनके जैसे साधारण आदमी को इतना समर्थन क्यों मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि मुझे भगवदगीता की 'यदा-यदा ही धर्मस्य..' पंक्तियां याद आती हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ हो रहा है वह ईश्वर ही कर रहा है और वह तो सिर्फ निमित्त हैं।
१२ दिनों से अनशन पर बैठे अन्ना का स्वास्थ्य गिर गया है। डॉक्टर जहां उन्हें कमजोर बता रहे हैं वहीं अन्ना ने मंच से अपने समर्थकों से कहा कि उन्हें कोई थकावट नहीं है और वह और चार-पांच दिन अनशन कर सकते हैं।
अन्ना भ्रष्टाचार विरोधी जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर 16 अगस्त से ही अनशन पर हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में उनका भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन जारी है।
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